भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर की सुन्दरता पर हिन्दी के कवियों और साहित्यकारों ने बहुत कुछ लिखा है। पंचतंत्र से लेकर पौराणिक कथाओं तक, मोर का वर्णन किया गया है। मयूर एक ऐसा पक्षी है जिसका कई धर्मों और संस्कृतियों में महत्व है। इतिहास में भी इस पक्षी के महत्व का विवरण मिलता है जैसे मुगल बादशाह शाहजहां ने अपना सिंहासन मोर के आकार में बनवाया गया था जिसे मयूर सिंहासन भी कहा जाता है। सौंदर्य एवं ज्ञान के प्रतीक मयूर पक्षी को भारत सरकार ने 1963 में राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): मयूर पक्षी पर यह अंश , इस पक्षी पर जानकारी देते विभिन्न आलेखों से इकट्ठी सामग्री के आधार पर प्रस्तुत किया गया है।
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