मिलिए भारत के स्टैंड-अप कॉमेडियन नवीन नोरोन्हा से

Navin Noronha_The Gay Indian comedian

Source: Supplied / Navin Norornha

मुंबई में रहने वाले नवीन नोरोन्हा एक स्टैंड-अप कॉमेडियन हैं. जो कि LGBTQ समुदाय से आते हैं. वो कहते हैं कि अपनी कॉमेडी में वो सामान्य विषयों के अलावा LGBTQ समुदाय के विषय भी उठाते हैं. इस समुदाय के अधिकारों पर वो भारतीय समाज से काफी आशा रखते हैं. फिलहाल वो ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर आ रहे हैं.


नवीन भारत के पहले गे स्टैंडअप कॉमेडियन हैं और अपनी ज़िंदगी, लाइफस्टाइल और कॉमेडी को बड़ी संजीदगी से लेते हैं. कॉमेडियन्स से आपने चुटकुले ज़रूर सुने होंगे. लेकिन क्या आपने इस बात का आंकलन किया है कि कितनी  परिपक्वता से वो न केवल स्थितियों का आंकलन करते हैं बल्कि मज़ाक-मज़ाक में बड़ी बातें भी कह जाते हैं. ये उनके हुनर की गहराई ही है कि वो खुद का मज़ाक उड़ाने से भी नहीं चूकते.

तो चलिए आज एक कॉमेडियन से करते हैं कुछ संजीदा बातें. सबसे पहले ये तो जानें कि आखिर कैसे नवीन ने कॉमेडी को अपना करियर बनाने का फैसला किया.

नवीन बताते हैं मैंगलुरु से हैं. वो कहते हैं कि उनका बचपन बहुत सुख सुविधाओं के बीच नहीं बीता., उनके माता पिता ने उन्हें काफ़ी मुश्किलों के बीच बड़ी उम्मीदों से पाला है. वो कहते हैं कि माता पिता उनके लिए काफी महत्व रखते हैं. 

अगर नवीन कॉमेडियन ना होते तो क्या होते. ज़रा अंदाज़ा लगाइये. नवीन के पास इंजीनियरिंग की डिग्री है और वो कुछ समय तक नौकरी भी कर चुके हैं. लेकिन वो बताते हैं कि कॉमेडी उन्हें सुकून देती है. जब वो स्टेज पर होते हैं तो उन्हें लगता है कि वो अपने दोस्तों से बात कर रहे हैं.

भारत में कई स्टैंडअप कॉमेडियन के पास इंजीनियरिंग की डिग्री है, इस पर नवीन व्यंग्य करते हुए कहते हैं कि भारत में  इंजीनियरिंग की पढ़ाई है ही कुछ ऐसी कि उसके बाद किसी और चीज़ की हिम्मत नहीं होती. नवीन कहते हैं कि लोग टीवी पर आने वाले समाचारों और सीरियल्स से जब उकता जाते हैं तो उन्हें कुछ नया चाहिए होता है जो उन्हें तरोताज़ा कर सके और ये उन्हें स्टैंडअप कॉमेडी में मिलता है.

नवीन भारत के पहले गे कॉमेडियन हैं. बड़ी बात ये है कि नवीन का मानना है कि बड़े शहरों में अब लोग इस शब्द से घबराते नहीं हैं बल्कि समझने की कोशिश करते हैं लेकिन छोटे शहरों में अभी भी ये बहुत सामाजिक शब्द नहीं है. हालांकि वो मानते हैं भारत में अभी गे मैरिज और बच्चों को गोद लेने संबंधी अधिकारी मिलने में वक्त लगेगा. वो तो कहते हैं कि इससे पहले भी कई बातें हैं जहां परिपक्वता आनी चाहिए.


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